माँ हूँ मैं (हिंदी)
माँ हूँ मैं मेरे टूटे-फूटे शब्दों में तेरा तुतलाना सब को भाता था | मीठे – मीठे बोलों से बात अपनी मनवाना सबको हँसाता था | तूने बुलंदी को छुआ मैं गद -गद हो गई | लगा, मेरी भी तकदीर रोशनी से तेरी जगी | सो रही जो आधुनिकता के गुमनाम लिबास में | सांसे […]